गोरखपुर – गोरखपुर दौरे पर गए मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने रविवार को गोरखनाथ मंदिर के दिग्विजय स्मृति सभागार में बाबा गंभीरनाथ शताब्दी पुण्यतिथि के समापन समारोह को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने तुलसीदास का जिक्र करते हुए कहा कि, संत तुलसीदास ने अकबर नहीं, भगवान राम को राजा माना था।
उन्होंने कहा कि, गंभीरनाथ जी की पांचवी पीढ़ी में मैं हूं। गंभीरनाथ बहुत बड़े सिद्ध संत थे। बहुत सारे लोगों ने विश्वविजेता बनने का सपना देखा था। सिकंदर भी उसमें से एक था। जब वह यहां आया तो किसी ने बताया कि यहां एक योगी बैठा है जो चमत्कार करता है। तब सिकंदर के अपने सेनापति के माध्यम से मिलने के लिए योगी को संदेश दिया। तब योगी ने कहा कि हम किसी विश्वविजेता को नहीं जानते हैं। मैं सिर्फ विश्व विधाता को जानता हूं। यही बात तुलसीदास ने भी कही थी। तुलसीदास के पास अकबर ने संदेश भेजवाया कि आपको दिल्ली के बादशाह बुला रहे हैं, तब तुलसीदास ने कहा था कि यहां तो एक ही राजा है, वह हैं श्रीराम।
उन्होंने उपस्थित लोगों से पूछा क्या कहा था तुलसीदास ने ? लोगों ने कहा ‘जय श्रीराम’। योगी ने कहा कि, तुलसीदास ने अकबर को कभी राजा नहीं माना था किस को राजा माना था? लोगों ने कहा ‘जय श्रीराम’।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम लोग जब बाबा गंभीर नाथ के बारे में पढ़ते हैं, सुनते हैं तब लगता है कि यदि मनुष्य अपने सूक्ष्म जगत के बारे में जानने की कोशिश करे तो सब कुछ जान सकता है। यह बात बाबा गंभीर नाथ में थी। अनेक ऐसे उद्धरण आते हैं बाबा गंभीर नाथ के बारे में।
स्त्रोत : नर्इ दुनिया