हिन्दू जनजागृति समिति का ‘राष्ट्रजागृति’ का कार्य
१. ज्ञापन प्रस्तुत करना
‘२६ जनवरी को गणतंत्र-दिवस के उपलक्ष्य में कागज अथवा प्लास्टिक के राष्ट्रध्वज से होनेवाला उसका अवमान रोकने के संदर्भ में सुंदरगढ जिले में बीरमित्रपुर की तहसिलदार श्रीमती ज्योत्स्नाराणी साहु को ज्ञापन प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर हिन्दू सेना के श्री. जयराज ठाकुर, सनातन संस्था के श्री. श्रीराम काणे एवं हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. प्रकाश मालोंडकर उपस्थित थे। इस अवसर पर श्रीमती साहु ने इस संदर्भ में शासकीय स्तर पर जो भी संभव है, उसे करने का आश्वासन दिया।
२. राष्ट्रध्वज का अवमान रोकने के संदर्भ में दृक्श्राव्यचक्रिका के माध्यम से विद्यालयों में प्रबोधन
उपरोक्त विषय के संदर्भ में छात्रों में एवं समाज में जागृति करने हेतु; वेदव्यास, कलुंगा, कौरमुंडा, बीरमित्रपुर, लासे-कुमझरीया आदि सुंदरगढ जिले के ग्रामों में कुल ९ विद्यालय मुख्याध्यापकों को मिल कर ज्ञापन प्रस्तुत किये गए। इस अवसर पर हरएक मुख्याध्यापक को राष्ट्रध्वज का अवमान रोकने के संदर्भ में हिन्दू जनजागृति समिति निर्मित दृक्श्राव्यचक्रिका भी दर्शाई गई। सभी विद्यालय के मुख्याध्यापकों ने यह दृक्श्राव्यचक्रिका विद्यालय के सभी छात्रों को दिखा कर राष्ट्रध्वज का सम्मान करने के संदर्भ में प्रबोधन कराने का आश्वासन दिया।
३. ओडिशा के राऊरकेला में विश्व हिन्दू परिषदद्वारा आयोजित यज्ञ के अवसर पर हिन्दुत्वनिष्ठ संघटनों के प्रतिनिधियों की सभा में हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से ‘राष्ट्र एवं धर्म’ विषय पर प्रवचन !
‘२६ जनवरी को विश्व हिन्दू परिषद ने हनुमानचालीसा पठन एवं यज्ञ का आयोजन किया था। इस अवसर पर राऊरकेला परिसर के हिन्दुत्वनिष्ठ संघटनों के प्रतिनिधियों की सभा में हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से श्री. प्रकाश मालोंडकर ने ‘राष्ट्र एवं धर्म’ पर विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर ४०० तक धर्माभिमानी उपस्थित थे।
– श्री. प्रकाश मालोंडकर, राऊरकेला, ओडिशा
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात