भारत जैसे हिन्दुबहुल देश में पहले कश्मीर, फिर कैराना आैर अब बंगाल से हिन्दु्आें का पलायन होना यह हिन्दुआें के भविष्य के लिए खतरे की घंटी ही है । आज अलग अलग षडयंत्रों के तहत हिन्दू धर्म को समाप्त करने का काम चरम पर है । अभी भी समय है की हिन्दू इस षडयंत्र को जाने आैर संगठित होकर हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करें, जहां हर हिन्दू सुरक्षित महसुस करें तथा अपने त्योहार स्वतंत्रता से किसी के भी डर के बिना मना सके ! – सम्पादक, हिन्दुजागृति
पश्चिम बंगाल के आसनसोल में रामनवमी के दिन भडकी हिंसा के बाद धारा १४४ लगा दी गई है । आसनसोल से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो यहां के दौरे पर हैं । उन्होंने ट्विटर पर ममता सरकार को आडे हाथों लेते हुए इंटरनेट बंद करने के निर्णय की जमकर भर्त्सना की । पुलिस कमिश्नर के अनुसार, इंटरनेट पर ४८ घंटों के लिए प्रतिबंध लगाया गया है । इस बीच, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि हिंसा के बाद हिन्दू समुदाय के लोग वहां से पलायन कर रहे हैं ।
एबीपी न्यूज से बातचीत में एक पलायनकर्ता ने कहा, ‘हम सुरक्षित जगह पर जा रहे हैं । हम अपने परिवारों को वहां ले जा रहे हैं जहां मुस्लिम जनसंख्या बेहद कम हो ।’ एक अन्य ने चैनल से कहा, ‘ममता बनर्जी हिन्दुओं के लिए कुछ नहीं कर रही हैं ।’ इलाके में भारी सुरक्षा-बल तैनात किए गए हैं । आज तक के अनुसार, आसनसोल में लगभग ६० लोगों को गिरफ्तार किया गया है । गांवों में हालात अभी भी बिगडे हुए हैं ।
राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी आसनसोल जाने की तैयारी में थे मगर ममता सरकार ने उन्हें सुरक्षा मुहैया कराने में असमर्थता जता दी । राजभवन की ओर से जारी बयान में कहा गया कि इलाके में पुलिस की तैनाती को देखते हुए माननीय राज्यपाल को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया करा पाना मुश्किल होगा । राज्य सरकार ने राज्यपाल को ‘दुर्गापुर दौरे पर न जाने’ की सलाह दी ।
स्त्रोत : जनसत्ता