प्रबोधन के उपरांत हिन्दू जनजागृति समितिप्रणीत रणरागिणी शाखा को मिली सफलता !
म्हापसा : मजलवाडा, हणजुणे के ‘मरनेड्स बूटीक’ दुकान की विदेशी महिला दुकानदार ने, दुकान के वस्त्रों पर हिन्दुओं के गौरवस्थान श्री लक्ष्मीदेवी का अश्लील एवं विडंबनात्मक छायाचित्रवाले ‘टैग’ लगाए थे। इसलिए हिन्दुओं की धार्मिक भावनाएं आहत होने के कारण हिन्दू जनजागृति समिति प्रणित रणरागिणी शाखाद्वारा इस दुकान की मालकिन से इन छायाचित्रों को त्वरित हटाने की मांग की गई। दुकान की मालकिन ने इन सभी छायाचित्रों को हटाया। साथ ही उस महिला ने ‘रणरागिणी’ के कार्यकर्ताओं से कहा कि, यदि ऐसे छायाचित्रों के कारण देवी-देवताओं का विडंबन हुआ है, तो मैं ईश्वर से क्षमायाचना करती हूं ! (इसके विपरीत भारत के आंग्लभाषीय बुद्धिवादी देवी-देवताओं का विडंबन करते हैं एवं यह उनके ध्यान में लाने पर वे बिना क्षमायाचना के ही ‘हम कैसे मुक्त विचारों के हैं’, यह बताते हैं ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
इस अवसर पर ‘रणरागिणी’ के प्रतिनिधि मंडल में श्रीमती राजश्री गडेकर, श्रीमती शुभा सावंत एवं हिन्दू धर्माभिमानी श्री. रोहिदास मालवणकर उपस्थित थे।
विस्तृत समाचार यह है कि, कुछ धर्माभिमानियों ने रणरागिणी शाखा को इस दुकान में देवी के अश्लील एवं विडंबनात्मक छायाचित्र होने की जानकारी दी। इस छायाचित्र में श्रीलक्ष्मीदेवी का उपरी हिस्सा खुला दर्शाया गया था। ऐसे अनेक ‘टैग’ दुकान के विविध वस्त्रों पर लगाए गए थे। यह जानकारी मिलने पर प्रबोधन के लिए भेंट करने हेतु कुछ रणरागिणीयों ने दुकान की मालकिन से संपर्क कर समय मांगा। काम में व्यस्त रहने से उन्होंने आरंभ में टालमटोल की; परंतु ४ अप्रैल को सायं समय रणरागिणी के प्रतिनिधिमंडल से उनका संपर्क हुआ। रणरागिणी सदस्यों ने उस विदेशी महिला को इस छायाचित्र से होनेवाले देवी-देवताओं के विडंबन के संदर्भ में विस्तृत जानकारी दी। तत्पश्चात विषय को समझ कर विदेशी महिला ने त्वरित सभी विडंबनात्मक छायाचित्रवाले टैग दुकान से हटा कर वहां दूसरे ‘टैग’ लगाए।
विशेष बात है कि, एक हिन्दू धर्माभिमानी को देवी-देवताओं का विडंबनात्मक छायाचित्रवाला ‘टैग’ लगाए जाने की जानकारी प्राप्त होने पर उन्होंने यह बात त्वरित एक शासकीय अधिकारी के ध्यान में लाकर दी एवं इस पर कार्रवाई करने की मांग भी की !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात