ट्रिपल तलाक के सवाल पर इमाम काउंसिल के अध्यक्ष मकसूद उल हसन कासमी डिबेट शो की एंकर पर ही चिल्ला पड़े। ट्रिपल तलाक पर एक टीवी चैनल की बहस के दौरान कासमी ने शो के एंकर से कहा कि, ये कैसी पत्रकारिता कर रहे हैं आप लोग जो केवल तलाक पीड़िता की ही बात सुन रहे हैं। कासमी के इस सवाल पर डिबेट शो में आई एक तलाक पीड़िता ने उन्हें ऐसा जवाब दिया कि उनकी बोलती बंद हो गई। दरअसल हिंदी न्यूज चैनल आज तक पर ट्रिपल तलाक की समस्या और विवाद पर बहस के लिए एक डिबेट का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में भाजपा, कांग्रेस के प्रवक्ताओं समेत उलेमा काउंसिल और इमाम काउंसिल के सदस्यों को भी आमंत्रित किया गया था। इस शो की सबसे खास बात ये रही कि ट्रिपल तलाक पर बहस करने वाले प्रतिनिधियों के साथ ही तलाक पीड़िता महिला समीना बेगम भी मौजूद थीं।
इस बहस को शुरू करते हुए एंकर ने इमाम काउंसिल के अध्यक्ष से कहा कि, तीन तलाक के नाम पर महिलाओं के साथ अन्याय हो रहा है, उनके मानवाधिकारों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं और आप लोग मौन हो कर इसका तमाशा देख रहे हैं।
#Hallabol, समीना बेगम(तलाक पीड़ित)-जब तलाक हो जाता है तो कोई हमारी मदद नहीं करता. सारे लोग दरवाजे बंद कर लेते हैंhttps://t.co/fOz5QPkk43 pic.twitter.com/ah3M7Wr1ig
— आज तक (@aajtak) April 5, 2017
अपने और अपने जैसे तमाम मौलानाओं के उपर इतना करारा प्रहार देख इमाम काउिल के अध्यक्ष मकसूद उल हसन कासमी बौखला गए। इतना बौखला गए कि, शो की एंकर पर ही सवाल दागने लगे। कासमी ने एंकर से कहा कि, क्या पत्रकारिता का ऊसूल ये नहीं कहता कि, दूसरे पक्ष की भी राय जानी जाए। कासमी ने कहा कि, क्या पता किसकी गलती हो, महिला कि या उसके पति की।
मकसूद कासमी के इस बयान से तलाक पीड़िता समीना बेगम भी गुस्से आ गईं। समीना ने कासमी से पूछा कि, आप लोगो को तीन तलाक समाप्त करने की बात पर डर क्यों लग रहा है ? कहीं आप लोगों को ये डर तो नहीं है कि, इससे आप लोगों की ड्रामेबाजी समाप्त हो जाएगी ? समीना यहीं नहीं रुकीं उन्हेने तो ये भी कहा कि, तीन तलाक समाप्त करना इस्लाम के नहीं आप जैसे फालतू के प्रोपगेंडा सेट करने वाले लोगों के खिलाफ हैं।
स्त्रोत : जनसत्ता