दक्षिण अमरीकी देश चिली में एक नन ने एक कैथोलिक चर्च के विरुध्द मुक़दमा दायर किया है । नन के साथ इसी चर्च में बलात्कार हुआ था । बलात्कार के बाद गर्भवती होने के कारण नन पर चर्च छोड़ने का दबाव डाला गया था ।
पीड़िता नन ने कहा है कि, जब दूसरी ननों ने उन्हें गर्भवती पाया तो उन्होंने चर्च छोड़ने के लिए दबाव बनाया । नन की वक़ील के अनुसार, दूसरी ननों ने बलात्कार के लिए नन को ही दोषी ठहराया । बलात्कार पीड़िता नन अब संतियागो के आर्चबिशप और सेंट क्लेयर के विरुध्द मुक़दमा दायर करने जा रही है । संतियागो के सहयोगी बिशप आरटी रेव जॉर्ज कोंचा ने कहा कि, नन ने कॉन्वेंट को अपने मन से छोड़ा था ।
नन ने चिली में टीवी चॅनल से कहा वह २००२ में २० साल की उम्र में चर्च में आई थीं । वह चिली की राजधानी संतियागो के कॉन्वेंट में रहती थीं । बाहरी दुनिया से उनका संपर्क न के बराबर था ।
२०१२ में पुरुषों के एक समूह को कॉन्वेंट में कुछ मरम्मत के काम के लिए आने की अनुमति दी गई थी । इस दौरन ये पुरुष कॉन्वेंट में ही सोते थे । इनके खाने-पीने की व्यवस्था की ज़िम्मेदारी ननों को ही दी गई थी । इनमें से एक आदमी ने बलात्कार किया ।
पीड़ित नन ने बताया, ”अन्य सिस्टरों ने मेरा बिल्कुल साथ नहीं दिया । उन्होंने मुझे ही दोषी ठहराया और कहा कि, मैंने किसी मक़सद से ऐसा किया है । मैंने उनसे कहा कि, मैं बिल्कुल बेगुनाह हूं, लेकिन मेरी सहकर्मी सिस्टर मुझे लेकर काफ़ी क्रूर थीं । मेरे ऊपर कॉन्वेंट और चर्च छोड़ने के लिए दबाव बनाया गया ।”
बता दे कि, नन ने एक बच्चे को जन्म दिया । नन के साथ हुए बलात्कार में उस पुरुष को दोषी ठहराया गया और उसे पांच साल की क़ैद सज़ा मिली ।
नन की वक़ील ने कहा, ”वह एक नन हैं और कॉन्वेंट में रहती थीं । उनके साथ बलात्कार हुआ । जब उन्हें मदद मिलनी चाहिए थी, तब उन्हे इसके लिए ज़िम्मेदार ठहरा दिया गया । कॉन्वेंट में रहने वाली ननों का बाहरी दुनिया से कोई संबंध नहीं होता है । यहां पुरुषों को रात में नहीं रूकने देना चाहिए । इस मुक़दमें में संतियागों के आर्चबिशप आरोपों के घेरे में हैं ।”
पीड़िता नन ने कहा, ”मेरे एकमात्र परिवार और चर्च ने मुझे त्याग दिया जबकि मैंने एक शेरनी की तरह इसका बचाव किया है ।” बिशप कोंचा ने कहा है कि, आर्चबिशप २७ मार्च से पहले तक नन की याचिका से अनजान थे ।
स्त्रोत : BBC न्युज