मध्य प्रदेश के गांधीनगर में मुस्लिम समुदाय के १० लोगों को गिरफ्तार किया गया है, साथ ही इसी समुदाय के ५० अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। आरोप है कि इन लोगों ने आरएसएस की शाखा के पास देश विरोधी नारे लगाए थे। पुलिस के अनुसार, यह घटना २ अप्रैल की है और गिरफ्तार किए गए लोगों में से एक नाबालिग है, जिसे स्थानीय न्यायालय ने जमानत पर छोड़ दिया है। जानकारी के अनुसार, २ अप्रैल की शाम को अल्पसंख्यक समुदाय के कुछ लोगों ने गांधी नगर में मस्जिद के पास बनाई गई नई आरएसएस शाखा का विरोध किया। जहां, आरएसएस के लोगों का आरोप है कि मुस्लिम समुदाय के लोगों ने देश विरोधी नारेबाजी की, वहीं मुस्लिम समुदाय का आरोप है कि आरएसएस कार्यकर्ताओं ने मस्जिद पर पत्थर बरसाए थे।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया, “दोनों समुदाय के बीच जमीन को लेकर विवाद है, जोकि असल में नगर निगम से संबंधित है। इस मामले पर दोनों समुदायों में २ अप्रैल को लड़ाई हुई।” मस्जिद के पास स्थित इस जमीन पर पहले मुस्लिम समुदाय के लोग जनसभा किया करते थे। हालांकि बाद में आरएसएस ने इसपर शाखा प्रारंभ कर दी, जिससे मुस्लिम समुदाय के लोग विरोध करने लगे ।
डीएसपी साकेत पांडे ने बताया, ३ अप्रैल को आरएसएस के ६० से ज्यादा कार्यकर्ताआेंने मुस्लिमों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि मुस्लिम समुदाय के लोगों ने देश-विरोधी नारेबाजी की और आरएसएस के झंडे को उतारने की कोशिश की थी। उन्होंने हमला करने का आरोप भी लगाया था।
शिकायत के बाद अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 295, 506, 294, 323, 147, 148, 149, 153 के तहत मामला दर्ज किया गया। एसपी ने बताया कि ४ अप्रैल को अल्पसंख्यक समुदाय के दो लोगों ने भी आरएसएस कार्यकर्ताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई और आरोप लगाया कि कार्यकर्ताओं ने उनपर पत्थर बरसाए जिससे उनके सिर में चोट भी आई।
स्त्रोत : जनसत्ता