श्रीरामनवमी उत्सव समिति, कल्याण की ओर से गुढीपाडवा से श्रीरामनवमी तक विविध कार्यक्रमों का आयोजन
कल्याण : श्रीरामनवमी उत्सव समिति, कल्याण की ओर से भगवा तलाव के पास गुढीपाडवा से श्रीरामनवमी तक विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया था।इस कालावधी में स्वामी धर्मानंद का ‘सुंदरकांड’ इस विषय पर, श्रीमती मनीषा जाधव तथा श्री. शुभम गोवेकर का ‘छत्रपति संभाजी महाराज’ इस विषय पर तथा हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. प्रसाद वडके का ‘स्वातंत्र्यवीर सावरकर’ इस विषय पर व्याख्यान आयोजित किया गया था। ‘राष्ट्र एवं धर्म’ पर आनेवाली आपत्तियां जैसे लव्ह जिहाद, धर्मांतर, आतंकवाद इन विषयों पर भी उपस्थित मान्यवरों ने अपने मत निर्भिडता से व्यक्त कर ‘हिन्दू राष्ट्र’ की आवश्यकता क्यों है, इस बात को समझाने का विस्तृत रूप से प्रयास किया।
श्रीरामनवमी के दिन प्रभु श्रीराम की पालकी आयोजित की गई थी। उसमें हिन्दू युवक सम्मिलित हुए थे। उस समय युवकों ने घोषणाएं दी। उससे पूरा परिसर गूंज ऊठा था। पालकी के मार्ग में परिवहन नियमन का कार्य पुलिस की अपेक्षा हिन्दुत्वनिष्ठ ही कर रहे थे। इस पालकी में भाजपा विधायक श्री. नरेंद्र पवार, साथ ही सभी दलों के जनप्रतिनिधी सम्मिलित हुए थे।
केवल हिन्दुओं के त्योहारों पर दबाव डालनेवाले पुलिस क्या, मुसलमानों के संदर्भ में भी इस प्रकार का व्यवहार करने का साहस रखते हैं ?
१. ‘मंदिर वही बनायेंगे’ यह गाना प्रसारित करने के लिए पुलिस ने अस्वीकृती व्यक्त की।
२. महात्मा फुले पुलिस थाने के पुलिस निरीक्षक अनिल पवार ने अपने बूट निकाले बिना ही पालकी का दर्शन किया !
३. हिन्दू जनजागृति समिति के वक्ता श्री. प्रसाद वडके का व्याख्यान समाप्त होने के पश्चात एक साधारण वेश परिधान किए पुलिस ने झूठ कहकर श्री. वडके का संपर्क क्रमांक प्राप्त किया। उन्होंने यह झूठ बताया कि, ‘मैं हाडवैद्य हूं !’ (यदि इतने परिश्रम पुलिस ने छुपे हुए आतंकवादियों के हस्तकों को ढूंढने हेतु किए होते, तो पूर्वनियोजित दंगें तो टल जाते ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात