बिजनौर : जिहादीयोंद्वारा मंदिर से लाउडस्पीकर हटाए जानेपर हिन्दुआें ने दी गांव छोडने की धमकी

धर्मांधों की उन्मत्तता !

हिन्दुआें के इस देश में आज हिन्दुआें को ही धमकाया जा रहा है, यह स्थिती बदलने हेतु अब हिन्दू राष्ट्र लान अनिवार्य है – सम्पादक, हिन्दूजागृति

बिजनौर : यहां एक मंदिर के ऊपर लगे लाउडस्पीकर को हटाए जाने पर हुए विवाद के बाद बिजनौर के एक गांव के हिंदू निवासियों ने गांव छोडने की धमकी दी है। कई हिंदुओं ने तो लाउडस्पीकर हटाए जाने के विरोध में घर के बाहर बिक्री का नोटिस भी चिपका दिया है।

किसी भी तरह की हिंसा से निपटने के लिए गांव में पुलिस को तौनात किया गया था। नजीबाबाद तहसील के जोगीरामपुरा गांव में रामनवमी के अवसर पर शिव मंदिर के ऊपर लाउडस्पीकर लगाए गए थे। हिंदू युवा वाहिनी के सदस्यों ने इन लाउडस्पीकर्स को लगवाया था। धर्मांधों ने इस पर आपत्ति जतार्इ अौर उसे हटाने के लिए कहा, जिससे दोनो पक्षो में नोक-झोक हुर्इ । पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे और उन्होंने लाउडस्पीकर्स हटा लिए। (हिन्दुआें के मन्दिरों के लाऊडस्पीकर्स तुरंत हटानेवाली पुलिस ने क्या कभी मस्जिदों पर लगे लाऊडस्पीकर्स पर एेसी कार्यवाही करने का साहस किया होता ? – सम्पादक, हिन्दूजागृति)

इस हिंदुविरोधी कार्यवाही पर अपना राेष व्यक्त करते हुए कई हिंदू परिवारों ने अपने घर के बाहर ‘यह घर बिक्री के लिए है’ एेसा नोटिस बोर्ड लगा दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि १० साल पहले मंदिर में लाउडस्पाकर्स के सेट लगाए गए थे, जिन्हें बाद में हटा दिया गया।

हिंदू युवा वाहिनी के क्षेत्र समन्वयक एनपी सिंह ने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब लाउडस्पीकर लगाए गए थे। हम इन्हें बस दोबारा लगा रहे थे। इस पर कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए।

इसी गांव में रहने वाले नरेश सैनी कहते हैं कि ४००० निवासियों के गांव में सिर्फ ५०० हिंदू हैं। मंदिर ४०० साल पुराना है। 2007 में जब से मंदिर से लाउडस्पीकर हटाए गए थे, हमने इन्हें मंदिर के अंदर लगाना शुरू कर दिया था। दूसरे समुदाय के लोग तो अपने प्रर्थनास्थल पर हर रोज लाउडस्पीकर लगाते हैं।

सैनी ने कहा कि समाजवादी और बहुजन समाजवादी सरकारों के समय हमारी आवाज दबाई गई। हम लाउडस्पीकर लगाने के लिए भाजपा के सत्ता में आने की प्रतिक्षा कर रहे थे। हमने हिंदु युवा वाहिनी से लाउडस्पीकर लगवाने का आग्रह किया था। यदि हम भाजपा सरकार के रहते हुए भी यह नहीं कर सकते तो फिर इस गांव में रहने का मतलब ही क्या है।

मंदिर समिति के अध्यक्ष दयाराम सैनी ने कहा, अधिकारियों ने हमें बताया है कि हम त्योहारों के दौरान ही लाउडस्पीकरों का उपयोग कर सकते हैं। हमने इसे मना कर दिया है। हम रोज आरती के समय लाउडस्पीकर लगाएंगे।

स्त्रोत : नवभारत टाइम्स

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