क्षुब्ध हिन्दुओंद्वारा गांव छोडकर जाने की दी गई चेतावनी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस घटना की ओर ध्यान दे कर हिन्दुओं के साथ न्याय करेंगे, यही हिन्दुओं की अपेक्षा है ! – सम्पादक, दैनिक सनातन प्रभात
बिजनौर (उत्तर प्रदेश) : जिले के नजीबाबाद तहसिल के जोगीरामपुरा गांव में ४०० वर्ष पुराने शिवमंदिर पर लगाए गए ध्वनिक्षेपक को हटाए जाने से क्षुब्ध हिन्दुओंद्वारा गांव छोडकर जाने की धमकी दी गई है !
कुछ हिन्दुओं ने अपने घरों के सामने ‘यह मकान बिकाऊ है’, ऐसे फलक भी लगाए हैं। इस घटना के कारण गांव में बडी संख्या में पुलिसकर्मियों की व्यवस्था कर दी गई है। श्रीरामनवमी के दिन यहां हिन्दू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओंद्वारा मंदिर पर ध्वनिक्षेपक लगाए गए थे। उसपर धर्मांधों ने आपत्ति दर्शाई थी। (हिन्दुओं के उत्सव के समय कुछ न कुछ कारण आगे कर उनको उत्सव के आनंद से वंचित रखने की धर्मांधों की यह पुरानी नीती है। ऐसे धर्मांधों को भाजपा शासन सीधे रास्तेपर ले आए, यह हिन्दुओं की अपेक्षा है ! – सम्पादक, दैनिक सनातन प्रभात) इसके कारण पुलिस एवं प्रशासन ने घटनास्थल आकर ध्वनिक्षेपकों को हटा दिया था। (हिन्दू युवा वाहिनी की स्थापना स्वयं मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथद्वारा की गई है। यह ज्ञात होते हुए भी ये पुलिसकर्मी इस संगठन के कार्यकर्ताओंद्वारा लगाए गए ध्वनिक्षेपक हटा देते हैं, इससे ये पुलिसकर्मी कितने हिन्दुद्वेषी हैं, यह ध्यान में आता है ! – सम्पादक, दैनिक सनातन प्रभात)
भाजपा के शासनकाल में भी यदि हम मंदिरपर ध्वनिक्षेपक नहीं लगा सकतें, तो इस गांव में रहने का क्या अर्थ ? – हिन्दू ग्रामस्थोंद्वारा उपस्थित किया गया प्रश्न
श्री. नरेश सैनी नामक एक ग्रामवासी ने कहा कि ४ सहस्र जनसंख्यावाले इस गांव में केवल ५०० हिन्दू हैं। वर्ष २००७ में पहली बार मंदिरपर लगाए गए ध्वनिक्षेपकों को हटा दिया गया था। तत्पश्चात हमने उनको मंदिर के अंदर लगा दिया। मुसलमान अपनी मस्जिद से प्रतिदिन भोंपुओं से बांग देते हैं। समाजवादी पार्टी एवं बहुजन समाज पार्टी ने हमारी आवाज दबाई थी। हम भाजपा के शासन आने की प्रतिक्षा कर रहे थे। वैसा होनेपर हमने ही हिन्दू युवा वाहिनी से ध्वनिक्षेप लगाने का आग्रह किया। हम यदि भाजपा के शासनकाल में भी मंदिरपर ध्वनिक्षेपक लगा नहीं सकते हैं, तो इस गांव में रहने में क्या अर्थ है ?
हम प्रतिदिन आरती के समय में ध्वनिक्षेपक लगाएंगे ! – मंदिर समिति
मंदिर समिति के अध्यक्ष श्री. दयाराम सैनी ने कहा कि, अधिकारियों ने हम से कहा कि, हम त्यौहार-उत्सवों के समय ध्वनिक्षेपकों का उपयोग कर सकते हैं; किंतु हमने यह प्रस्ताव अस्वीकार कर दिया है। हम प्रतिदिन आरती के समय में ध्वनिक्षेपक लगानेवाले हैं !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात