पाकप्रेमी कलाकार तथा कथित धर्मनिरपेक्षतावादी अब कहां हैं ? – हिंदुत्वनिष्ठों का प्रश्न
मुंबई : भारतीय नागरिक श्री. कुलभूषण जाधव को कथित जासूसी करने के आरोप में पाकिस्तान के सेना न्यायालय ने फांसी का दंड सुनाया । इस घटना का निषेध करने के लिए हिन्दू जनजागृति समिति के साथ विविध हिंदुत्वनिष्ठ संगठनों की ओर से कबूतरखाना, दादर(प.) में आंदोलन किया गया ।
इस आंदोलन को संबोधित करते हुए हिन्दू जनजागृति समिति के प्रवक्ता डॉ. उदय धुरी ने कहा कि, पाकिस्तान सदा ही भारत को परेशान करने के लिए कोई न कोई कुकृत्य करते रहा है । यह प्रकरण भी वैसा ही है । कुलभूषण जाधव भारतीय नौदल से सेवानिवृत्त देशभक्त नागरिक हैं । जाधव को उनका पक्ष रखने की संधि न मिले, इस हेतु जानबूझकर सेना न्यायालय में यह प्रकरण चलाया गया और फांसी का दंड सुनाया गया । पाक जाधव को फांसी देने के स्थान पर पहले ‘लष्करे-ए-तोयबा’ का सहसंस्थापक तथा मुंबई के आतंकवादी आक्रमण का सूत्रधार आतंकवादी हाफिज सईद तथा कुख्यात गुंडा दाऊद इब्राहिम को पकडकर फांसी देने की हिम्मत दिखाए । भारत सरकार पाकिस्तान पर दबाव निर्माण कर कुलभूषण जाधव की फांसी निरस्त कर उन्हें मुक्त करवाए अन्यथा शांति के कबूतरे उडाना रोककर ‘जैसे को तैसा’ उत्तर दे । इसके लिए आजतक भारत में जासूसी करते हुए पकडे गए पाकिस्तानी आरोपियों को तत्काल फांसी का दंड देने का निर्णय ले ।
डॉ. धुरी ने आगे कहा कि, पाकिस्तानी कलाकार तथा क्रिकेटरों के लिए गला फाडनवाले तथाकथित धर्मनिरपेक्षतावादी अभी शांत क्यों बैठे हैं ? पाकिस्तानियों के लिए कालीन बिछाने के लिए तत्पर फिल्म जगत के ‘शांतिदूत’ अब जाधव की फांसी का निषेध करने के लिए आगे क्यों नहीं आते ? ‘अफजल हम शर्मिंदा है’ का नारा लगानेवाले पाकिस्तान के विरोध में नारा लगाएंगे क्या ?
इस आंदोलन में हिन्दू गोवंश रक्षा समिति, स्वराज्य हिन्दुस्थान प्रतिष्ठान, बजरंग दल, सनातन संस्था, हिन्दू जनजागृति समिति इत्यादि संगठन सहभागी हुए । पाकिस्तान के निषेधार्थ नारे लगाते हुए निषेध का फलक लेकर आंदोलन किया गया ।