संभल (उत्तर प्रदेश) के हरिहर मंदिर में दर्शन हेतु जानेवाले ‘सुदर्शन न्यूज’के संपादक सुरेश चव्हाणके को गिरफ्तार कर पुलिस की मुंहजोरी !
उत्तर प्रदेश के संभल जिला हिन्दुआें का पवित्र तीर्थस्थान है । संभल में ६८ तीर्थ, १९ स्तूपोंसहित हिन्दुआें का प्रसिद्ध श्री हरिहर मंदिर है; परंतु इस क्षेत्र में अल्पसंख्यकों का वर्चस्व बढते जाने से पिछले ३५ वर्षों से मंदिर बंद रखकर हिन्दुआें को पूजापाठ तथा दर्शन करने से स्थानीय धर्मांध रोक रहे हैं । भारत में संविधान ने धार्मिक स्वतंत्रता दी है, ऐसा होते हुए भी संभल में हिन्दुआें को मंदिर में प्रवेश करने से रोकना, संविधानविरोधी कृत्य है । इस अन्याय के विरुद्ध आवाज उठाने हेतु ‘सुदर्शन न्यूज’ वाहिनी के संपादक श्री. सुरेश चव्हाणके ने संभल के मंदिर में प्रवेश करने की घोषणा की; परंतु स्थानीय धर्मांध तथा जामा मस्जिद के प्रमुख इमाम इतरत हुसेन बाबर ने श्री. चव्हाणके को संभल शहर में कदम रखने पर सिर काटने की धमकी दी । ऐसी धमकाने की भाषा बोलनेवाले पर कठोर कानूनी कार्यवाही करने के स्थान पर मंदिर में दर्शन हेतु जानेवाले श्री. चव्हाणके को ही गिरफ्तार किया जाना पुलिस की मुंहजोरी है । यह एक प्रकार से उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार को ही सीधे आवाहन देना है । हिन्दू जनजागृति समिति ने योगी आदित्यनाथ सरकार से मांग की है कि, हिन्दुआें के संवैधानिक धार्मिक अधिकारों की रक्षा न करनेवाले संभल के हिन्दुद्रोही पुलिस अधीक्षक रविशंकर छवी को तुरंत निलंबित किया जाए, तथा पत्रकारों को जान से मारने की धमकी देनेवाले इमाम बाबर पर अपराध प्रविष्ट कर तुरंत गिरफ्तार किया जाए ।
संभल में धर्मांधों द्वारा हिन्दुआें पर निरंतर आक्रमण चालू हैं । वहां के भूतपूर्व सांसद शफीकूर रहमान बर्क ने सभी हिन्दुआें को मारने की खुली धमकी दी थी;परंतु योगी आदित्यनाथ की सरकार आने पर ३५ वर्षों के पश्चात पहली बार श्री हरिहर मंदिर की शिवपिंडी पर जलाभिषेक हुआ । उसके पश्चात ‘सुदर्शन न्यूज’के चव्हाणके द्वारा संभल में जाने की घोषणा करने पर उन्हें मारने का धमकी देनेवाला इमाम बाबर का वीडियो (https://www.youtube.com/watch?v=6YKv90XGrXA) सामाजिक संकेतस्थल पर व्यापक रूप से प्रसारित हुआ है ।
इमाम बाबर ने इसमें संपादक श्री. चव्हाणके को संभल में आना हो तो मुसलमान पंथ स्वीकारना होगा, ऐसा कहकर धर्मांतर करने का आवाहन किया है । इससे यह प्रश्न उठता है कि ‘हम भारत में हैं अथवा मक्का-मदीना में ? हिन्दुआें के लिए यह खतरे की घंटी है । ऐसे में यह प्रश्न आता है कि अल्पसंख्यकों के बारे में कुछ भी होने पर देशभर में कोहराम मचानेवाले तथाकथित धर्मनिरपेक्षतावादी अब कहां गए हैं । अभी तक संबंधित इमाम पर कोई भी कार्यवाही नहीं हुई है । इसके विपरीत संपादक को ही गिरफ्तार किया जाता है, इसका हम कडे शब्दों में निषेध व्यक्त करते हैं । योगी आदित्यनाथ सरकार से हमारी मांग है कि संभल में धर्मांधों की इस मुगलई पर कठोर कानूनन कार्यवाही की जाए तथा हिन्दुआें को उनके धार्मिक अधिकारों के अनुसार हरिहर मंदिर में निर्भयता से पूजा-अर्चना एवं दर्शन करने की सुविधा उपलब्ध करवायी जाए, एेसी मांग हिन्दू जनजागृति समिती के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदे ने की है ।