मुसलमानों के धर्मभावनाओं की चिंता करनेवाली पुलिस हिन्दुओं की धर्मभावनाएं आहत होते समय कहां होती है ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात
बेंगलुरू : ९ अप्रैल को यहां विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल, हिन्दू जनजागृति समिति एवं अन्य हिन्दुत्वनिष्ठ संघटनोंद्वारा श्रीरामनवमी के उपलक्ष्य में विजयनगर क्लब रस्ता से मारुति मंदिर तक शोभायात्रा का आयोजन किया गया था। इस मार्ग पर एक मस्जिद होने से उसके पास से शोभायात्रा ले जाने हेतु पुलिसद्वारा प्रतिबंध किया गया। (यह पुलिस भारत की है अथवा पाकिस्तान की ? यदि हिन्दुओं की शोभायात्रा से किसी के पेट में दर्द होता है, तो हिन्दुओं की शोभायात्रा पर प्रतिबंध लगाने के स्थान पर जिनके पेट में दर्द होता है, उन पर कार्रवाई करना आवश्यक है ! मुस्लिम समर्थक पुलिस ऐसा करने में अकार्यक्षम होने से वे सदैव हिन्दुओं पर ही दबाव डालते हैं ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
पुलिसकर्मियों ने इस मार्ग पर उनके वाहन लगा कर रखे थे। इस अवसर पर पुलिस से विवाद करने के उपरांत पुलिसद्वारा इस मार्ग से शोभायात्रा ले जाने की अनुमति दी गई। इस समय पर पुलिसद्वारा मस्जिद को सुरक्षा दी गई थी। (क्या कभी हिन्दुओं के मंदिर को पुलिस सुरक्षा देती है ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात) साथ ही धर्माभिमानी हिन्दुओं को मस्जिद परिसर से शीघ्र गति से शोभायात्रा ले जाने हेतु दबाव डाला गया। (ढोंगी धर्मनिरपेक्षतावादी कांग्रेस के राज्य में इससे अलग और क्या होगा ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात