लखनऊ में बुधवार रात गिरफ्तार किए गए सुदर्शन न्यूज चैनल के सीएमडी चव्हाणके को संभल पुलिस ने ट्राजिट रिमांड पर लेकर कड़ी सुरक्षा में शुक्रवार सुबह न्यायालय में पेश किया। वहां उन्होंने स्वयं को निर्दोष बताते हुए जमानत लेने से इनकार कर दिया।
उनकी ओर से न कोई जमानत अर्जी आई और न ही कोई वकील पेश हुआ। इसको लेकर गहमागहमी बनी रही, पुलिस-प्रशासन और स्थानीय भाजपा नेताओं से मुलाकात के बाद जमानत अर्जी पेश की गई। बाद में न्यायालय ने उनकी जमानत को मंजूर कर दिया।
सुदर्शन न्यूज चैनल के सीएमडी सुरेश चव्हाणके पर कथित भडकाऊ प्रसारण करने के आरोप में १० अप्रैल को संभल कोतवाली में एफआईआर कराई गई थी। इस एफआईआर में कांग्रेस के जिला महासचिव इतरत हुसैन बाबर और भाजपा नेता संजय सांख्यधर का भी नाम था।
इतरत हुसैन बाबर ने न्यायालय में आत्मसमर्पण कर जमानत ले ली थी जबकि सुरेश चव्हाणके को लखनऊ में बुधवार को रात गिरफ्तार किया गया।
इसके बाद प्रशासन ने उन्हें जेल ले जाने की तैयारी कर ली। चैनल के सीएमडी को पुलिस अभिरक्षा में मुरादाबाद ले जाया जा रहा था किंतु अचानक प्रशासन ने संभल-मुरादाबाद के बीच सिरसी नगर में उन्हें रोक लिया। नगर पंचायत सिरसी के कार्यालय में उन्हें दो घंटे तक रोके रखा गया।
डीएम-एसपी उनसे मिले, भाजपा के नेता भी मिलने पहुंचे। उन्हें जमानत के लिए राजी करने का प्रयास किया। इस बीच जमानत अर्जी आई और उन्हें एक बार फिर वापस संभल लाया गया। इस पर न्यायालय ने उनकी जमानत अर्जी मंजूर कर ली। इसके बाद वह कड़ी सुरक्षा के बीच नोएडा के लिए रवाना किए गए।
स्त्रोत : अमर उजाला