बीड : करोडो हिन्दुओं का आस्थास्त्रोत रही अयोध्यानगरी प्रभु श्रीराम की जन्मभूमि है, इस पर वर्ष २०१० में इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने ही स्वाक्षरी की है; परंतु फिर भी इस पवित्र भूमि पर अभी तक हिन्दुओं को पूजा-अर्चना करने की अनुमति नहीं दी गई है ! हिन्दू बहुसंख्यक इस भारत में हिन्दुओं को श्रीरामजन्मभूमि पर पूजा करने का अधिकार न मिलना इस से बडा दुर्भाग्य क्या है ?
उत्तर प्रदेश में पिछले १५ वर्षों में समाजवादी एवं बहुजन समाजवादी पार्टी की मुसलमानों की चापलूसी करने की भूमिका के कारण वहां के हिन्दुओं को पूजा का अधिकार नहीं मिल पाया। अब केंद्र एवं उत्तर प्रदेश में दोनो स्थानों पर भाजपा का ही पूर्ण बहुमत का शासन है। इसलिए हिन्दू जनजागृति समिति एवं समस्त हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों की ओर से यहां के जिलाधिकारी कार्यालय में, हिन्दुओं को श्रीरामजन्मभूमि पर पूजा करने हेतु विशेष अनुमति देने का निर्णय लेने तथा इस प्रकरण में संसद में श्रीराममंदिर का निर्माणकार्य करने के संदर्भ में कानून बना कर उसके आधार पर अयोध्या में विशाल श्रीराम मंदिर का निर्माण कार्य करना आरंभ करने की मांग का ज्ञापन दिया गया।
इस अवसर पर जिलाधिकारी के स्थान पर उनके प्रतिनिधि श्री. देशपांडे ने ज्ञापन स्वीकार किया। इस अवसर पर राष्ट्रवादी विद्यार्थी परिषद के जिलाध्यक्ष श्री. महेश धांडे, जगदंब ग्रुप के श्री. सचिन आगे, श्री. सुमित धांडे, युवा सेना के श्री. स्वप्नील पिंगळे, श्री. अनंत गर्जे, श्री. किरण आमटे, श्री दिशांत भारती, रा.स्व. संघ के श्री. अभिषेक राजहंस, सनातन संस्था के श्री. हिरालाल तिवारी एवं हिन्दू जनजागृति समिति के सर्वश्री भास्करराव हुंबे, बाप्पू बहिरवाल, दिनेश ढेंगे, मनोज छाजेड आदि उपस्थित थे।
इस अवसर पर की गई अन्य मांगें . . .
१. महाराष्ट्र शासनद्वारा अर्थसंकल्प में केवल अल्पसंख्यकों की मूलभूत सुविधाओं के लिए की गई करोडो रुपयों की पूर्ति निरस्त कर अल्पसंख्यकों का हो रहा तुष्टिकरण रोकें !
२. अंदमान-निकोबार बेटों के साथ पूरे देश के नगर, वास्तू, रस्ते तथा स्थानक आदि के विदेशी आक्रमकोंद्वारा परिवर्तित एवं अभी तक विदेशियों के नाम पर रहनेवाले नाम पुनः मूल हिन्दू नामों में परावर्तित करें !
३. पूरे देश में घुसपैठिए बने रोहिंग्या मुसलमानों को दी जानेवाली सभी सुविधाओं को तत्काल रोक कर उन्हें देश बाहर करें !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात