कार्तिक कृष्ण पक्ष सप्तमी, कलियुग वर्ष ५११६
सिल्लोड (जनपद संभाजीनगर, महाराष्ट्र) – सिल्लोड चुनावक्षेत्रके शिवसेनाके उम्मीदवार श्री. सुनील मिरकरपर प्राणघातक आक्रमण करनेवाले सय्यद बबलू अफसर (आयु २२ वर्ष ), यासीन नवाज तडवी (आयु ३७ वर्ष ), जावेद शफिक देशमुख (वय १९ वर्ष), बबलू सादिक मुल्ला (आयु ३५ वर्ष ), अमर युनुस चाऊस (आयु ३५ वर्ष ) इन धर्मांधोंको बंदी बनाया गया है । इन ५ धर्मांधोंने मिरकरकी गाडीपर पथराव कर अल्ला हो अकबरकी घोषणा देते हुए सभाको उध्वस्त करनेका प्रयास भी किया था । उन्हें बंदी बनाया जाने हेतु शिवसैनिक एवं ग्रामवासियोंने सार्वजनिक आंदोलन किया था ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात
अद्ययावत
१५ अक्टूबर २०१४, कार्तिक कृष्णपक्ष सप्तमी, कलियुग वर्ष ५११६
‘अल्ला हो अकबर’ की घोषणा करते हुए धर्मांधोंद्वारा शिवसेना उम्मीदवार के वाहनपर आक्रमण !
- हिन्दुओं, धर्मांधोंकी यह उद्दण्डता कबतक सहन करोगे ?
- धर्मांधोंद्वारा आपको वक्रदृष्टिसे देखनेका साहस न हो, ऐसी प्रतिष्ठा प्राप्त करें !
सभाको ध्वस्त करनेका भी प्रयास एवं अन्य हिन्दुनिष्ठोंद्वारा आंदोलन
सिल्लोड-संभाजीनगर(महाराष्ट्र) : सिल्लोड चुनावक्षेत्र के शिवसेना उम्मीदवार श्री. सुनील मिरकर के वाहनपर धर्मांधोंद्वारा ‘अल्ला हो अकबर’ की घोषणा करते हुए पथराव किया गया । गाडी के कांच फोडे गए एवं इस आक्रमण से श्री. मिरकर जरासे बचगए । इसलिए सिल्लोड परिसर में तनावका वातावरण उत्पन्न हो गया है । (धर्मांधोंकी उद्दण्डता ! इससे सिद्ध होता है कि आज इस लोकराज्यको धर्मांध कोई मूल्य न देकर केवल ‘हिन्दुनिष्ठ उम्मीदवार’ को ही लक्ष्य करते हैं । ऐसे धर्मांधोंको सही मार्गपर लानेके लिए ‘हिन्दू राष्ट्र’ अनिवार्य है ! – सम्पादक, दैनिक सनातन प्रभात)
१. सिल्लोड तहसील में श्री. मिरकर के प्रचारको बडा प्रतिसाद मिल रहा है । अतः कांग्रेस के धर्मांध संतप्त हो गए हैं । (आजतक राजनेताओंद्वारा धर्मांधोंकी चापलूसीका ही यह परिणाम है ! – सम्पादक, दैनिक सनातन प्रभात)
२. प्रचारफेरी के उपरांत श्री. मिरकर सभास्थलपर पहुंचे । वहां पूर्वसे ही आकर बैठे धर्मांध गुण्डोंने ‘अल्ला हो अकबर’ की घोषणाएं देते हुए सभाको ध्वस्त करनेका प्रयास किया । इसलिए श्री. मिरकर ने उन लोगोंको वहांसे दूर हटाया ।
३. रात्रि १० बजे सभा समाप्त होनेपर श्री. मिरकर, शिवसेना के नगरसेवक, श्री. सुदर्शन अग्रवाल एवं श्री. सरदारसिंह राजपूत मतदाताओं से मिलते-मिलते घाटनांद्रा से सिल्लोड की ओर आ रहे थे ।
४. घाटनांद्रा से १ किलोमीटर दूरीपर आने के पश्चात पता चला कि कुछ धर्मांध श्री मिरकर के फॉर्च्युनर वाहन का पीछा कर रहे हैं । पेट्रोलपंप के पास इस गाडीपर धर्मांधोंद्वारा पथराव किया गया । इस पथराव के कारण श्री. मिरकर की गाडी के कांच फूंट गए; परंतु कोई घायल नहीं हुआ । इस समय भी धर्मांध घोषणाबाजी कर रहे थे । तत्पश्चात वे लापता हो गए । (धर्मांधों के आक्रमणोंका प्रतिकार करने हेतु अब हिन्दुओंको स्वसुरक्षा प्रशिक्षण लेना चाहिए ! – सम्पादक, दैनिक सनातन प्रभात)
५. यह जानकारी मिलते ही सहस्रों शिवसैनिक एवं हिन्दू घटनास्थलपर एकत्रित हुए । उन्होंने धर्मांधों को बंदी बनाने हेतु ‘जय भवानी, जय शिवाजी’की घोषणा करते हुए सार्वजनिक आंदोलन किया । (हिन्दुओ, धर्मांधोंपर कठोर कार्यवाही होने तक पुलिस का पृष्ठपोषण करें ! – सम्पादक, दैनिक सनातन प्रभात)
६. पुलिसद्वारा रात्रि पंचनामा कर सम्बन्धित व्यक्तयों के विरोध में अपराध प्रविष्ट किए गए । (हिन्दुओंपर तत्काल कार्यवाही करनेवाली पुलिस धर्मांधोंपर केवल अपराध प्रविष्ट करती है । – सम्पादक, दैनिक सनातन प्रभात)
(सन्दर्भ : दैनिक सामना, १३.१०.२०१४)
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात