नई देहली : उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद से राम मंदिर का मुद्दा पुरजोर से उठा हुआ है। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर न्यायालय, सरकार और नेता सब अपना-अपना पक्ष रख चुके है और अपने-अपने तर्क भी। वहीं राम मंदिर बनाने को लेकर मुस्लिम कारसेवक गुरूवार को अचानक अयोध्या पहुंच गए। ये सभी अपने साथ मंदिर निर्माण के लिए ट्रक में ईंट भरकर भी लाए थे।
परंतु राम मंदिर निर्माण के लिए ३००० ईंटें लेकर अधिगृहीत परिसर में विराजमान रामलला का दर्शन करने जा रहे जत्थे को पुलिस ने रोक दिया। श्रीराम मंदिर निर्माण मुस्लिम कारसेवक मंच के सदस्य गुरुवार शाम छह बजे अयोध्या पहुंचे और यहां भव्य राम मंदिर निर्माण का संकल्प लेते हुए जय श्रीराम के नारे लगाए।
मंच के अध्यक्ष आजम खान ने बताया कि, हम लखनऊ से आ रहे हैं। हमारा मकसद है राम मंदिर निर्माण। कोतवाल अरविंद कुमार पांडेय ने बताया कि, मुस्लिम मंच के सदस्य बस्ती, महाराजगंज, गोरखपुर, लखनऊ आदि जगहों से आए थे।
इससे पहले मंच के कारसेवकों ने ईंट से भरे ट्रक को पूरे शहर में घुमाया। इन्होंने जोर-जोर से ‘जय श्रीराम’ के नारे भी लगाये। मंदिर निर्माण के प्रति इन ५० से अधिक मुस्लिम कारसेवकों का जुनून देख कर अयोध्या के लोग भी दंग थे।
अचानक इतनी बड़ी संख्या में ईंट के साथ कारसेवकों को देख कर प्रशासन के हाथ-पैर फूल गये। बाद में पुलिस मौके पर पहुंची और सभी मुस्लिम कार सेवकों समझा-बुझा कर वापस भेज दिया।
मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कहा कि, वे लोग ईंट देकर मंदिर निर्माण में सहयोग करना चाहते हैं। परंतु, उन्हें बताया गया कि, मंदिर बंद है। इसके बाद इन लोगों ने विश्व हिंदू परिषद (विहिप) से संपर्क किया है। इस समय ईंट से भरा ट्रक नयाघाट बांध तिराहे पर है। विहिप के लोग जहां कहेंगे, मंच ईंट को वहां पहुंचा देगा। बाद में प्रशासन की सलाह पर सभी कारसेवक वहां से चले गये।
स्त्रोत : खबर इंडिया