कार्तिक कृष्णपक्ष अष्टमी, कलियुग वर्ष ५११६
- एमेजोनद्वारा हिन्दुओंकी क्षमायाचना !
- हिन्दुओ, इस सफलताके विषयमें ईश्वरके चरणोंमें कृतज्ञता व्यक्त करें !
नई देहली – संकेतस्थलके माध्यमसे वस्तुओंका विक्रय करनेवाले ‘एमेजोन’ आस्थापनने हिन्दुओंके देवी-देवताओंके छायाचित्र छपी हुई महिलाओंकी लेगिंग (घट्ट पैंट) विक्रय हेतु अपने संकेतस्थलपर रखी थी । लेगिंगपर श्री ब्रह्मा, श्री शिव, श्री गणेश, श्री हनुमान, श्रीराम, राधाकृष्ण आदि देवी-देवताओंके छायचित्र छापे गए हैं । इसको पूरे विश्वके हिन्दुओंने संगठित रूपसे विरोध करनेके कारण २४ घंटोंके अंदर एमेजोनको लेगिंगका विक्रय रोकना पडा ।
१. एमेजोनद्वारा हिन्दू देवी-देवताओंके अनादरके निषेधार्थ पूरे विश्वके हिन्दुओंमें क्रोधकी लहर दौडी एवं अनेक लोगोंने इस आस्थापनको निषेधका ई-मेल भेजा ।
२. देहलीके राष्ट्रवादी शिवसेना संगठनके अध्यक्ष जयभगवान गोयलने कहा कि ‘एमेजोन’के इस कृत्यसे पूरे विश्वके करोडों हिन्दुओंकी धार्मिक भावनाओंको ठेस पहुंची है । उनके द्वारा ये वस्त्र संकेतस्थलसे त्वरित हटाएं जाने चाहिए । विश्वमें अन्य धर्मियोंके आस्थास्थानोंक विडंबन करनेका साहस कोई नहीं करता । केवल हिन्दुओंके देवी-देवताओंका विडंबन किया जाता है । इसके लिए भारत शासन उतना ही कारणभूत है । अधिकांश हिन्दू रहनेवाले इस देशकी सरकार हिन्दुओंकी धार्मिक भावनाएं आहत होनेके निषेधार्थ कभी वैश्विक स्तरपर तीव्र निषेधकी प्रविाqष्ट नहीं करती ।
३. अमेरिकाके ‘युनिवर्सल सोसायटी ऑफ हिंदुइजम्’ संस्थाके अध्यक्ष श्री. राजन जेदने कहा कि देवी-देवताओंका स्थान मंदिरोंमें है तथा उनका पूूजन-अर्चन किया जाता है । इसलिए इस प्रकारसे वस्रोंपर उनके छायाचित्र छापना अत्यंत अनुचित है । इसलिए ‘एमेजोन’ समस्त हिन्दुओंसे क्षमायाचना करें ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात
कार्तिक कृष्णपक्ष सप्तमी, कलियुग वर्ष ५११६
निषेध – अमेझॉन.कॉम पर बिक रहीं हिंदू देवी-देवताओं की फोटो वाली लेगिंग को लेकर विवाद
क्या यिजम ब्रैंड अन्य धर्मियोंके श्रद्धास्थानोंको लेगिंग पर इस्तेमाल करनेका साहस करता ?
नई देहली : ई-कॉमर्स कंपनी अमेझोन विवादों में फंस गई है। अमेझोन की वेबसाइट पर बिक्री के लिए उपलब्ध हिंदू देवी-देवताओं की तस्वीरों वाली महिलाओं की लेगिंग को लेकर बवाल हो रहा है। अमेझोन पर बिक रही लेगिंग को यिजम ब्रैंड ने तैयार किया है और इनकी कीमत करीब तीन हजार रुपए है। इन कपड़ों पर गणेश, शिव, ब्रह्मा, बजरंग बली, राम, राधाकृष्ण की तस्वीरें छपी हैं।
कई हिंदू धर्मावलंबियों ने अमेझोन को ईमेल कर ऐसी लेगिंग की बिक्री पर रोक लगाने की मांग की है। यूनिवर्सल सोसाइटी ऑफ हिंदुइजम ने इस मामले पर आपत्ति जताते हुए कहा है कि हिंदू देवी-देवताओं की तस्वीरों वाले कपड़े किसी के पैरों के आसपास या शरीर के पिछले हिस्से पर नहीं पहने जा सकते। यूनिवर्सल सोसाइटी ऑफ हिंदुइजम के अध्यक्ष राजन झेद ने अमेरिका के नेवाडा में एक बयान जारी कर कहा है कि हिंदू देवी-देवताओं की मंदिरों और घरों में पूजा-अर्चना की जाती है। इस संगठन ने अमेझोन से औपचारिक तौर पर माफी मांगने की भी मांग की है।
स्त्रोत : दैनिक भास्कर