अमेरिका में छोटी बच्चियों का खतना करने के मामले में एक भारतीय मूल के डॉक्टर और उसकी पत्नी को गिरफ्तार किया गया है। दोनों के विरुध्द भारतीय मूल की एक अन्य डॉक्टर की मदद करने का भी मामला दर्ज किया गया है। यह प्रक्रिया अमेरिका में अपराध की श्रेणी में आती है।
मिशिगन के रहनेवाले ५३ वर्षीय फखरूद्दीन और उनकी ५० वर्षीय पत्नी फरीदा अतर पर लिवोनिया स्थित फखरूद्दीन के क्लिनिक में नाबालिग लड़कियों का खतना करने की साजिश रचने का मामला दर्ज किया गया है। अतर दंपति को गिरफ्तार किया गया था।
नाबालिग लड़कियों का खतना करने के मामले में मिशिगन की ४४ वर्षीय जुमाना नगरवाला के विरुध्द मामला दर्ज करने के एक सप्ताह बाद दोनों के विरुध्द यह कार्रवाई हुई। माना जाता है कि जुमाना, फखरूद्दीन और फरीदा ऐसे पहले आरोपी हैं, जिनके विरुध्द खतना करने के मामले में संघीय अमेरिकी कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है।
संघीय अमेरिकी कानून में नाबालिग लड़कियों का खतना करना अपराध की श्रेणी में आता है। ऑनलाइन फिजिशियन डाइरेक्टरी के अनुसार, फखरूद्दीन ने वर्ष १९८८ में गुजरात के बड़ोदा मेडिकल कॉलेज से स्नातक की डिग्री ली थी।
आरोपों में कहा गया है कि, नगरवाला मिशिगन स्थित बुरहानी मेडिकल क्लिनिक (बीएमसी) में नाबालिग लड़कियों का खतना करती थीं। इस क्लिनिक का मालिक और संचालक फखरूद्दीन था। फखरूद्दीन की पत्नी बीएमसी में प्रबंधक अधिकारी थी।
जांच में खुलासा हुआ कि, कई नाबालिग लड़कियों ने फॉरेंसिक कर्मियों को यह सूचित किया कि, नगरवाला ने उनके जननांगों का खतना किया और एक नाबालिग लड़की ने यह भी बताया कि, जब नगरवाला उसका खतना कर रही थीं तब फरीदा भी वहीं मौजूद थी !
स्त्रोत : आज तक