एरंडोल में ‘राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन’ !
जलगांव : केंद्र शासन को विशेषाधिकार का उपयोग कर श्रीराम मंदिर का निर्माण कार्य करना चाहिए। कांग्रेस एवं दार्इं-बार्इं मानसिकता के राजनितिज्ञों ने अल्पसंख्यकों के तुष्टीकरण हेतु यह विषय प्रलंबित रखा है। इस देश पर प्रथम अधिकार हिन्दुओं का है ! हिन्दू जनजागृति समिति का यह उपक्रम प्रशंसा करने योग्य है। भाजपा के भूतपूर्व नगरसेवक श्री. जगदीश ठाकुर ने ऐसा प्रतिपादन किया। वे एरंडोल बसस्थानक परिसर में संपन्न हुए ‘राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन’ में बोल रहे थे।
एरंडोल नगर में प्रथम ही आंदोलन का उपक्रम चलाया गया। इस अवसर पर हिन्दुओं की उपस्थिति लक्षणीय थी !
‘समान नागरी कानून तत्परता से पारित हों’, ‘श्रीराममंदिर में स्थाई रूप से पूजा-अर्चना करने की अनुमति मिलें’ एवं ‘देश के नगर, गांव एवं वास्तुओं को दिए गए विदेशी नाम परिवर्तित करें’ इन मांगों को लेकर यहां ‘राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन’ किया गया था।
राजनीति करनेवाले एसी (AC) में सोते हैं तो प्रभु श्रीरामचंद्रजी की मूर्ति धुप में, एक तंबू में तडप रही है ! – श्री. संदीप फुलपगार
शिव-जय प्रतिष्ठान के श्री. संदीप फुलपगार ने कहा कि प्रभु श्रीरामचंद्रजी के नाम पर राजनीति करनेवाले एसी (AC) में सोते हैं तो उधर प्रभु श्रीरामचंद्रजी की मूर्ति धुप में, एक तंबू में तडप रही है। इसलिए ‘हिन्दू राष्ट्र’ स्थापित करना समय की आवश्यकता है !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात