कश्मीर में दिन-ब-दिन हालात और बिगड़ते जा रहे हैं। अब विद्यालयीन बच्चे भी पुलिस और सुरक्षाबलों पर आक्रमण करने लगे हैं। ताजा घटनाक्रम में श्रीनगर के एसपी उच्च माध्यमिक विद्यालय के बच्चों और पुलिस के बीच झड़प हो गई। इसमें एक फोटो जर्नलिस्ट भी जख्मी हुआ है। पांच दिनों की बंदी के बाद सोमवार को विद्यालय दोबारा खुला था। दरअसल, छात्रों का एक दल एसपी कॉलेज से विरोध-मार्च निकाल कर मौलाना आजाद रोड पर जाना चाहता था किंतु पुलिस ने उसे ऐसा करने से रोक दिया। इससे गुस्साए छात्र पुलिस के साथ उलझ गए। पुलिस सूत्रों ने बताया कि कुछ छात्र सुरक्षा बलों पर पत्थर भी फेंक रहे थे।
कश्मीर के पुलवामा में १५ अप्रैल को छात्रों और सुरक्षा बलों के बीच हुई झड़प के बाद सरकार ने एहतियातन पिछले सोमवार से घाटी में सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद कर दिया था। उसके बाद से आज दोबारा उन शिक्षण संस्थानों को खोला गया है।
आज ही राज्य की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक कर घाटी के हालात पर चर्चा की है। रिपोर्ट्स के मुताबिक महबूबा-मोदी के बीच चुनाव के दौरान हिंसा और कम मतदान के अलावा गठबंधन, सिंधु जल समझौते के कारण राज्य को नुकसान पर भी बातचीत हुई। महबूबा ने कहा कि राज्य में हालत पर काबू पाने के लिए एक माहौल पैदा करना होगा। पत्थरबाजों को गोलियों से जवाब देने से कोई हल नहीं निकलेगा। (काश्मीर में उत्पन्न तनाव दूर करने के लिए कठोर सैनिकी कार्यवाही ही आवश्यक आहे ! – सम्पादक, हिन्दूजागृति)
स्त्रोत : जनसत्ता