अधिवक्ताओं के लिये हिन्दू जनजागृति समिति का मार्गदर्शन
धाराशिव : २० अप्रैल के दिन यहां के अधिवक्ताओं को मार्गदर्शन करते समय पश्चिम महाराष्ट्र समिति समन्वयक श्री. मनोज खाडये ने ऐसा प्रतिपादित किया कि, ‘यदि अधिवक्ताएं समाज का एक घटक इस रूप में सामाजिक समस्याओं का निराकरण करने हेतु अपना अमूल्य योगदान दें, तो ही राष्ट्रोत्थान के साथ राष्ट्ररक्षा करने में पूरीतरह से सहायता होगी !’
श्री.खाडये ने आगे ऐसा भी कहा कि, ‘हरएक कार्यालय में भ्रष्टाचार एक शिष्टाचार हुआ है ! करोडो रुपएं कमानेवाले खिलाडु मानधन में वृद्धि करने की मांग रहे हैं; तो उधर अपने जी जान पर खेल कर १२५ करोड जनता की रक्षा करनेवाले सैनिकों को केवल सकस आहार प्राप्त हो, ऐसी मांग शासन की ओर करनी पड़ रही है ! प्रातः समय से लेकर दिन में पांच बार बजनेवाले भोंपुओं के कारण बिमार, वृद्ध तथा छात्रों को कष्ट का सामना करना पड रहा है। न्यायालय का आदेश होते हुए भी पुलिसद्वारा उसकी कार्यान्विति नहीं हो रही है। वैद्यकीय क्षेत्र में प्रंचड लूटमार चल रही है।
यदि इन सभी समस्याओं पर आप एक अधिवक्ता के रूप में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें, तो सामाजिक क्रांती निश्चित ही हो सकती है !’
इस अवसर पर उपस्थित अधिवक्ताओं को वर्तमान की ‘राष्ट्र एवं धर्म’ की गंभीर स्थिती के संदर्भ में जानकारी दी गई। इस मार्गदर्शन के लिए यहां के २५ अधिवक्ता उपस्थित थे। प्रारंभ में अधिवक्ता श्री. नागेश ताकभाते ने प्रस्तावना की, तो यहां के बार असोसिशन के उपाध्यक्ष अधिवक्ता श्री. वसंत वडने ने आभार प्रदर्शन किया।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात