ढाका : बांग्लादेश में कट्टरपंथी इस्लामिक समूह के हजारों समर्थकों ने देश के सर्वोच्च न्यायालय में न्याय की देवी की मूर्ति को हटाने और उसकी जगह कुरान रखने की मांग करते हुए प्रदर्शन किया। धर्मनिरपेक्ष बांग्लादेश में प्रदर्शनकारियों ने मूर्ति को तोड़ कर फेंक देने की मांग की।
मुस्लिम बहुल बांग्लादेश में लेडी ‘जस्टिस’ या इंसाफ की देवी की मूर्ति को हटाने का मुद्दा जोर पकड़ता जा रहा है। कट्टरपंथी समूहों ने पिछले कुछ समय से आंखों पर पट्टी बंधी और हाथों में तराजू लिए हुई प्रतिमा को हटाने की मांग कर रहे हैं। उनके अनुसार यह ग्रीक देवी की मूर्ति है जो बांग्लादेश के लिए उपयुक्त नहीं है।
राजधानी ढाका में बैतुल मुकर्रम मस्जिद में शुक्रवार की नमाज के बाद इस्लामी आंदोलन बांग्लादेशी (आईएबी) के समर्थक हजारों की संख्या में हाथों में तख्तियां लेकर इकट्ठा हो गए। वे मूर्ति को तोड़ने और उसकी जगह कुरान को रखने की मांग कर रहे थे।
आईएबी के प्रवक्ता अतीक-उर-रहमान ने बताया कि, मूर्ति के साथ ही साथ उसके हटाने में टालमटोल करने की वजह से देश के चीफ जस्टिस को हटाने की मांग है। पिछले हफ्ते प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भी मूर्ति को हटाने की बात कर चुकी हैं, जिससे कट्टरपंथियों की इस मांग को बल मिला है। विरोधियों ने हसीना के इस कदम को आम चुनाव से पहले समर्थन प्राप्त करने का प्रयास करार दिया है।
स्त्रोत : नवभारत टाइम्स