अ. पाठशाला के छूटने के उपरांत सीधे घर आएं । रास्ते में समय व्यर्थ न गवाएं । किसी कारण से यदि विलंब हो रहा हो तो वैसा संदेश भेजें । अन्यथा मां को चिंता होती है ।
आ. पाठशाला से लौटते समय रास्ते में हास्य विनोद (एक दूस का उपहास) न करें ।
इ. पाठशाला से लौटते समय ‘चिप्स’, चॉकलेट इत्यादि खाते हुए न आएं ।
ई. लौटने के मार्गपर यदि दुकान हो, तो दूध, सब्जी जैसे आवश्यक पदार्थ घर लेकर जाएं, जिससे मां की सहायता होगी ।
उ. घर आनेपर जूते-चप्पल उतारकर उचित ढंग से रखें । बही-पुस्तकों को उचित स्थानपर रखें । मुंह-हाथ और मुख धो लें ।
ऊ. पाठशाला की गणवेश (युनिफॉर्म) उतारकर दूसरे कपडे पहनें ।
ए. मां को पूछकर अल्पाहार अथवा अन्य पदार्थ खाएं ।
ऐ. पाठशाला का डिब्बा (टिफिन) स्वयं धोएं एवं पोछकर रखें ।
बच्चो, उपरोक्त छोटे-छोटे कृत्यों को आचरण में लाएं एवं अपने मां-पिता का गुणवान बालक बनें ।