श्रावण कृष्ण ९ , कलियुग वर्ष ५११५
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धर्माभिमानी हिंदुओंको आवाहन !
दी टेलिग्राफ समाचारपत्रने श्री. एल.के. अडवानी तथा नरेंद्र मोदीके बीच आई दरारपर एक लेख प्रकाशित किया है । ऊपर दिखाए गए चित्रमें अडवानीका चेहरा श्रीकृष्णके चेहरेपर तथा मोदीका चेहरा अर्जुनके चेहरेपर दिखाया गया है । चित्रसे भगवान श्रीकृष्णका अपमान हुआ है क्योंकि एल. के. अडवानी जैसा राजनीतिज्ञ भागते हुए श्रीकृष्णके रूपमें दिखाया गया है, जोकि हीन रुचिका दर्शक है । चित्रमें भगवानकी तिरस्करणीय निंदा की गई है । शीर्षक : ‘ लाल कृष्ण गुस्सेसे बाहर आए ’ में श्रीकृष्णके पवित्र नामका श्लेंष (विडंबन) किया गया है, जो बहुत खेदजनक है । कलियुगमें तो श्रीकृष्णके नामसे ही मुक्ति मिल जाती है । क्या ‘डेली टेलिग्राफ’ इसी प्रकार पैगंबर अथवा येशू खिस्तका चित्र ऐसी अपमानजनक स्थितिमें दिखानेका साहस करता ?
यह चित्र भगवत् गीताका भी अपमान करता है, जिसमें श्रीकृष्णके सारथी रूपका अपमान किया गया है । श्रीकृष्ण लाखों हिंदुओंके तथा पूरे विश्वमें अत्यंत पूजनीय देवता है । उनका इस प्रकारसे अपमान करनेसे सारे श्रद्धालुओंकी भावनाओंको आघात पहुंचा है ।
हम सारे हिंदुओंसे तथा श्रीकृष्णके श्रद्धालुओंसे आवाहन करते हैं कि ‘दी टेलिग्राफ’ के विरोधमें वैधानिक मार्गसे प्रदर्शन करें तथा उन्हें यह चित्र तुरंत हटानेपर विवश करें । सारे हिंदुओंकी भावनाओंको ठेस पहुंचानेके कारण वे विनाशर्त सबसे क्षमायाचना करें । हम सारे हिंदुओंसे तथा श्रीकृष्णके श्रद्धालुओंसे आवाहन करते हैं कि जबतक यह चित्र हटाया नहीं जाता एवं क्षमायाचना नहीं की जाती, तबतक डेली टेलिग्राफका बायकॉट करें ।
नीचे चित्रकी लिंक दी है
http://www.telegraphindia.com/1130611/images/11zzlalkrishna.jpg
धर्माभिमानी हिंदु निम्नांकित पतेपर अपने निषेध भेज सकते हैंHead Office Email : [email protected] |
स्त्रोत : HJS English